upsc cse prelims on june 16 Check 10 Toppers Tips by 5 UPSC Toppers | UPSC CSE प्रीलिम्स 16 जून को: कितने सवाल अटेम्प्ट करें, बर्नआउट कंट्रोल कैसे हो; 5 टॉपर्स के 10 जरूरी टिप्स
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16 जून को देशभर में UPSC सिविल सर्विस का प्रीलिम्स एग्जाम आयोजित किया जाएगा। इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, इंडियन पुलिस सर्विस और इंडियन फॉरेस्ट सर्विस समेत अन्य एलाइड सर्विसेस के 1,056 पदों पर भर्ती के लिए ये एग्जाम आयोजित किया जा रहा है। UPSC ने इसके एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए हैं।
एग्जाम से 3 दिन पहले हम आपको बता रहे हैं पिछले सालों के UPSC सिविल सर्विस एग्जाम्स के 5 टॉपर्स के 10 टिप्स-
1. पिछले सालों के पेपर जरूर देंखे, स्मार्ट वर्क दिलाएगा सक्सेस
UPSC 2023 में AIR 1 हासिल करने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने बताया कि प्रीलिम्स की तैयारी वो फरवरी से शुरू करते थे। प्रीलिम्स में फैक्ट्स पर फोकस करना होता है। एग्जैक्ट वर्ड्स, एग्जैक्ट नेम्स आपको पता होने चाहिए, क्योंकि ऑप्शन्स एक जैसे ही होते हैं।
अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए आदित्य बताते हैं कि प्रीलिम्स के पहले अटेम्प्ट में उन्होंने सारी बुक्स कवर की और अच्छे से अटेम्प्ट देकर आए। 90-92 सवाल अटेम्प्ट किए थे। लेकिन उनका स्कोर 82 ही बना पाया और 2-3 नंबर से सिलेक्शन रह गया था। तब आदित्य को लगा कि शायद कोई कमी रह गई है। उन्होंने नॉलेज तो पूरी हासिल कर ली थी, लेकिन प्रैक्टिस नहीं की थी। इससे वो ये नहीं समझ पाए थे कि UPSC के प्रीलिम्स का पैटर्न क्या होता है और उसमें कैंडिडेट्स से डिमांड क्या की जाती है।
फिर दूसरे अटेम्प्ट के लिए उन्होंने प्रीवियस ईयर क्वेश्चन्स को ढंग से देखा। पिछले 10 सालों के पेपर देखे। आखिरी 3 साल के पेपर अच्छी तरह एनालाइज किए। स्टेटमेंट किस तरह से लिखें हैं, किस तरह की चीजें हर बार ही गलत लिखीं जा रही हैं, किस तरह के स्टेटमेंट हर बार सही हैं। इस तरह के ऑब्जर्वेशन किए और वहां से डिसाइड किया कि अब जो सवाल नहीं आते होंगे, उनकी नॉलेज जहां सपोर्ट नहीं करेगी, वहां इन ऑब्जर्वेशन्स का सहारा लिया जा सकता है।
इस तरह आदित्य नंबर ऑफ ऑप्शन्स को नैरो डाऊन कर पाए। इतना करने से उनके मार्क्स 84 से 114 हो गए थे।
आदित्य ने तैयारी के दौरान बर्नआऊट को ऐसे कंट्रोल किया….
- सोशल मीडिया का इस्तेमाल बंद नहीं किया। कभी-कभी रील्स देखकर भी टाइम पास किया।
- आदित्य को बचपन से डायनोसॉर के बारे में पढ़ना अच्छा लगता था। तैयारी के दौरान भी उन्होंने अपनी ये हॉबी बरकरार रखी।
- पढ़ाई से ब्रेक लेकर फिटनेस पर भी ध्यान दिया। समय मिलते ही मॉर्निंग वॉक या रनिंग भी की।
- तैयारी के दौरान कई फैमिली फंक्शन्स जैसे शादी, बर्थडे वगैराह अटेंड किए।
- दिनभर का टारगेट पूरा होने के बाद जो समय बचा उसे अपनी हॉबीज पर बिताया।
2 – रीडिंग, अंडरस्टैंडिंग पर काम करें, टॉपिक स्किप करने की कला जानें
प्रीलिम्स को लेकर अभिषेक वर्मा कहते हैं कि ये गेम ऑफ एलिमिनेशन है। इसके लिए आपको सभी टॉपिक्स को ऑब्जेक्टिवली पढ़ना होगा यानी फैक्चुअल नॉलेज हासिल करनी होगी। प्रीलिम्स में आपके सामने चार ऑप्शन्स होते हैं। इसके लिए सबसे पहले तो रीडिंग और अंडरस्टैंडिंग स्किल्स अच्छी होनी चाहिए। दूसरा आपको ऑप्शन्स को एलिमिनेट करना आना चाहिए।
वहीं कोचिंग से तैयारी को लेकर अभिषेक ने कहा कि कोचिंग की जरूरत उनके लिए है, जिन्होंने टॉपिक्स को कभी पढ़ा न हो और उनके बारे में बिल्कुल ही न जानते हों। लेकिन ऑनलाइन और अन्य माध्यमों के होने से आज पढ़ने के बहुत माध्यम हैं। ऐसे में कोचिंग की रेलेवेंस कम हो गई है। गांव, देहात या दूर-दराज के इलाकों से आने वाले स्टूडेंट्स, जो दिल्ली या मुखर्जी नगर अफोर्ड नहीं कर सकते, उन्हें भी पढ़ने के लिए ऑनलाइन मीडियम मिल गया है। वो भी इसके जरिए अब एग्जाम क्लियर कर रहे हैं।
एग्जाम के लिए IPS अभिषेक वर्मा के टिप्स…
- क्या पढ़ना है ये जानने के साथ, क्या नहीं पढ़ना है ये जानना भी बहुत जरूरी है।
- UPSC का सिलेबस बहुत वास्ट है, लेकिन टाइम लिमिटेड है। ऐसे में चयन करें कि ऐसे कौन से टॉपिक्स हैं जिन्हें छोड़ा जा सकता है।
- ओवरजील के चक्कर में पड़कर ये भूल न करें कि जो दिख रहा सब पढ़ लेते हैं।
- ऐसे मिनिमम नंबर ऑफ टॉपिक्स, जिन्हें पढ़कर मैक्सिमम मार्क्स आ सकते हैं, उन्हें जरूर पढ़ें।
3 – सिलेबस अच्छी तरह समझें, बेसिक्स क्लियर हों
2019 में UPSC क्लियर करने वाले अंशुमन राज ने कहा कि सबसे पहले सिलेबस को अच्छी तरह से देखें। सिलेबस में बहुत ही बारीकी से बताया गया है कि स्टूडेंट्स को क्या-क्या पढ़ना है। प्रीलिम्स में एक ये बेनिफिट रहता है कि आंसर आपके सामने ही होता है। चार ऑप्शन्स हैं, उन्हीं में से कोई एक चुनना है। उसके लिए आपके कॉन्सेप्ट क्लियर होने चाहिए, क्योंकि कई बार ऑप्शन्स आपको कंफ्यूज कर देते हैं। पिछले सालों के क्वेश्चन पेपर देखें, उनकी आंसर शीट्स भी देख सकते हैं। लेकिन उन्हें टेम्प्लेट समझकर उन्हीं के अनुसार तैयारी करना ठीक नहीं। UPSC अगली बार क्या पूछने वाला है, वो किसी को नहीं पता।
इसके अलावा अंशुमन ने कहा कि प्रीलिम्स के लिए आपके बेसिक्स क्लियर होना बहुत जरूरी है। इससे आपके करेंट अफेयर्स की समझ भी बेहतर होगी। कई बार एग्जाम में ऐसा भी होता है कि करेंट अफेयर नहीं पढ़ा, लेकिन उस टॉपिक के बेसिक्स क्लियर हैं, तो भी आप उसका सही जवाब दे सकते हैं।
UPSC प्रीलिम्स एग्जाम के लिए IAS ऑफिसर अंशुमन राज के टिप्स…
- कोर सोर्सेज जैसे NCERT, टॉपर्स के नोट्स, न्यूजपेपर, बेसिक बुक्स कभी न छोड़ें।
- प्रीलिम्स को हम दो पार्ट- स्टैटिक और करेंट अफेयर्स में डिवाइड कर सकते हैं।
- हमारी स्ट्रैटेजी ऐसी हो कि स्टैटिक और करेंट अफेयर्स के बीच 65-35 का बैलेंस बना रहे।
- फंडामेंटल्स क्लियर होंगे तो करेंट अफेयर्स समझने में आसानी होगी।
- प्रीलिम्स के लिए एक-एक टॉपिक को क्लियर करने के बाद ही आगे बढ़ें।
4 – टेस्ट पेपर सॉल्व करें, जानें कहां काम करेगा गेसवर्क
एग्जाम की तैयारी को लेकर कार्तिकेय वर्मा ने बताया कि प्रीलिम्स में आपके सामने चार ऑप्शन दिए होते हैं और आपका आंसर उन्हीं में से एक है। ऐसे में चार में से सही आंसर आईडेंटिफाई करना चैलेंज है।
कार्तिकेय ने पांच बार UPSC का पेपर दिया है और हर बार प्रीलिम्स एग्जाम क्रैक किया। ये उनका स्ट्रॉन्ग एरिया रहा है। इसके लिए वो हर प्रीलिम्स के लिए लगभग 60 टेस्ट पेपर्स सॉल्व करते थे। किसी भी दो कोचिंग सेंटर्स के सारे क्वेश्चन पेपर्स उठा लाते थे। उनका कहना है कि प्रीलिम्स के लिए कैंडिडेट को पता होना चाहिए कि…..
- किन सवालों को अटेम्प्ट करना है।
- किन में गेसवर्क चल जाएगा।
- कहां गेसवर्क बिल्कुल काम नहीं करेगा, और…
- कौन से क्वेश्चन्स स्किप कर देने हैं।
UPSC के प्रीलिम्स के लिए इन बातों का ध्यान रखें…
- ज्यादा से ज्यादा टेस्ट पेपर्स सॉल्व करें।
- फैक्चुल नॉलेज चेक की जाती हैं। ऐसे में आपके फैक्ट्स क्लियर होने चाहिए।
- आपको पता होना चाहिए कि कौन से सवाल स्किप किए जा सकते हैं।
5 – बार-बार न बदलें पढ़ाई की स्ट्रैटजी, कंसिस्टेंसी बहुत जरूरी
2022 में UPSC में सिलेक्ट हुए कुमार सुशांत कहते हैं कि कॉलेज में ही पढ़ाई के दौरान जब लेक्चर्स अटेंड करते थे तो नींद आती थी। ऐसे में उन्हें UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग करना ठीक नहीं लगा। इसलिए UPSC के लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी ही की।
तैयारी को लेकर सुशांत कहते हैं कि प्रीलिम्स में रीडिंग स्किल्स टेस्ट की जाती हैं। साथ ही आपकी फैक्चुअल नॉलेज का टेस्ट होता है। इसके लिए आप अगर अपने बेसिक्स क्लियर करके आगे बढ़ेंगे, तो फैक्ट्स कभी नहीं भूलेंगे।
इन पॉइंट्स पर बेस्ड तैयारी से मिलेगी सफलता….
- आपकी प्रिपेरेशन स्ट्रैटेजी सिंपल होनी चाहिए।
- टॉपर्स टॉक को तैयारी का सोर्स बनाएं।
- तैयारी को लेकर कंसिस्टेंट रहें।
- बोरिंग चीजों को बार-बार करने से मिलेगी सफलता।
- सेल्फ डिसिप्लिन है सबसे जरूरी।
- कोर सब्जेक्ट्स पर फोकस करें।
- बार-बार पढ़ाई की स्ट्रैटेजी न बदलें।
- टाइट टू टाइम खुद को एनालाइज करते रहें।
- अपना प्लान B हमेशा रेडी रखें।