SSC CGL Topper Story; Assistant Enforcement Officer Himanshu Tips | टॉपर्स मंत्रा- असिस्टेंट एनफोर्समेंट ऑफिसर हिमांशु के टिप्स: सेल्फ स्टडी से SSC CGL की तैयारी की, प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स से रिलायबल सोर्सेज पहचानें
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मेरा नाम हिमांशु लिखार है। मैं मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस के एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट में असिस्टेंट एनफोर्समेंट ऑफिसर के रूप में कार्यरत हूं। करेंटली मैं असम के गुवाहाटी में पोस्टेड हूं।
मेरा होमटाउन झांसी, उत्तर प्रदेश है। मैंने अपने होमटाउन झांसी में रहकर ही अपनी तैयारी की है। मैंने SSS CGL 2022 की परीक्षा को क्लियर किया था।
ऑनलाइन सोर्सेज से की तैयारी
हिमांशु बताते हैं कि मैंने अपनी ज्यादातर प्रिपरेशन ऑनलाइन सोर्सेज से की है। कुछ यूट्यूब वीडियोज से हेल्प ली। बुक्स का सहारा लिया और सेल्फ नोट्स बनाकर इसकी तैयारी की।
कोचिंग की मदद नहीं ली
मैंने किसी प्रकार की कोई कोचिंग नहीं की। यूट्यूब चैनल के जरिए ही पढ़ाई की। मॉक टेस्ट के लिए मैंने कुछ एडटेक पोर्ट्ल्स जैसे Testbook और ADDA247 का इस्तेमाल किया है।
कोचिंग से सिर्फ गाइडेंस मिलता है
हिमांशु बताते हैं कि कोचिंग लेना या नहीं लेना डिपेंड करता है कि आपकी तैयारी कैसी है और आप कहां स्टैंड करते हो। कोचिंग के जरिए आपको गाइडेंस मिल जाता है। सोर्सेज ढूंढने में समय नहीं गंवाना पड़ता है। कोचिंग वाले सोर्सेज और मटेरियल प्रोवाइड करा देते हैं तो आपका समय बच जाता है।
अगर आपको सिलेबस की समझ और सोर्सेज की बुनियादी जानकारी है तो बगैर कोचिंग भी एग्जाम क्लियर किया जा सकता है।
प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स से रिलायबल सोर्सेज पहचाना
रिलायबल सोर्सेज को पहचानने के लिए सबसे पहले आपको प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स देखना पड़ेगा। मैथ्स में क्या आ रहा, रीजनिंग और इंग्लिश में क्या पूछा जा रहा है। इससे आपको ओवरऑल आइडिया मिल जाएगा कि बीते सालों के क्वेश्चन पेपर्स में किस तरह के सवाल पूछे गए हैं।
इसके अलावा कुछ फेमस टीचर्स हैं जैसे- अभिनय शर्मा, गगन प्रताप जिनके यूट्यूब चैनल से आप प्रिपरेशन कर सकते हैं। इन्हें मैं रिलायबल सोर्सेज मानता हूं।
मैथ्स में कमजोर कैंडिडेट्स भी SSC क्रैक कर सकते हैं
हिमांशु बताते हैं कि चाहे SSC CGL हो या SSC CHSL , इनमें जो मैथ्स आती है वो 10वीं के लेवल की होती है। अमूमन सभी स्ट्रीम के कैंडिडेट्स 10वीं तक मैथ्स की पढ़ाई किए होते हैं।
ऐसे में अगर आप 10वीं तक के मैथ्स के कॉन्सेप्ट्स को समझ पा रहे हैं तो थोड़ी मेहनत और प्रैक्टिस करके आसानी से क्रैक कर सकते हैं। हो सकता है कि नॉर्मल स्टूडेंट्स की तुलना में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन रिवीजन और प्रैक्टिस करके एग्जाम क्रैक किया जा सकता है।